Heart disease refers to a problem that affects the heart. It is completely wrong to associate heart disease with coronary artery disease. Rather, there are many problems in heart disease. If a person suffers from any of these diseases, then he is considered a heart patient.
, There are mainly 4 types of heart disease, which are as follows-
1.Coronary artery disease
2.Heart Attack
3.Heart Failure
4.Irregular heartbeats
In Harsh Health Care Centre, here we remove your heart blockage without angioplasty.
दिल की बीमारी से तात्पर्य ऐसी समस्या से है, जो दिल को प्रभावित करती है। दिल की बीमारी को कोरोनरी धमनी रोग (Coronary artery disease) से जोड़कर देखना पूरी तरह से गलत है। बल्कि दिल की बीमारी में कई सारी समस्याएं होती हैं। यदि कोई व्यक्ति इन में से किसी भी बीमारी से पीड़ित होता है, तो उसे दिल का मरीज माना जाता है।
दिल की बीमारी मुख्य रूप से 4 प्रकार की होती है, जो इस प्रकार हैं-
1.कोरोनरी आर्टरी डिजीज
2.दिल का दौरा
3.दिल का खराब
4.दिल की धड़कनों का अनियमित रूप से चलना
हर्ष हेल्थ केयर सेंटर में, यहां हम एंजियोप्लास्टी के बिना आपके दिल की रुकावट को दूर करते है।
In this, diseases are detected by measuring the speed of the pulse of the patient. Impairment or deterioration of body health has an effect on heart rate (heartbeat). This pulsing or beating has an effect on the beating of the arteries. By touching this heart, Ayurvedic doctors assess your health.
इसमें मरीज की नाड़ी की गति नापकर बीमारियों का पता लगाया जाता है। शरीर की सेहत अच्छी होने या बिगड़ने का प्रभाव ह्रदय की गति ( दिल की धड़कन) पर पड़ता है। इस स्पंदन या धड़कन का प्रभाव धमनियों की धड़कन पर पड़ता है। इसी धड़कन को छूकर आयुर्वेदिक चिकित्सक आपकी सेहत का अंदाज़ा लगाते हैं।