A diagnosis of infertility means you haven’t been able to get pregnant after a year of trying. If you’re a woman over 35, it means you haven’t been able to get pregnant after 6 months of trying.
1. Most patients have either seen the female's egg not mature properly if it does not repture at the right time, or the female's uterus wall (endomterium) is so weak that it is not able to stop the pregnancy.
2. If the female is completely fine, then the problem is found in the male sperm. Either those oocytes are thin, their movement is slow, their number is less or there is an infection. Sometimes doctors recommend you to do IVF / IUI but their result is not positive, it clearly means that the egg of the female is weak, it is the sperm weak of the male. That in 90% of cases NATURAL is conceived without IVF and if 10% of patients are unable to conceive NATURAL, then their EGG and SPREM become so powerful that IVF is very good.
बांझपन का निदान का मतलब है कि आप एक साल की कोशिश के बाद गर्भवती नहीं हो पाए। यदि आप 35 वर्ष से अधिक की महिला हैं, तो इसका मतलब है कि आप 6 महीने की कोशिश के बाद गर्भवती नहीं हो पाईं।
Tab. गर्भ धारणी वटी -शुद्ध स्वर्ण युक्त
Tab. शुक्र वर्धक वटी शुद्ध स्वर्ण युक्त
1. अधिकतर Patients में देखा गया है या तो female के egg सही तरह से mature नहीं होता यदि होता है तो वह ठीक टाइम पर repture नहीं होता या female के uterus की दीवार (endomterium) इतनी कमजोर होती है कि वह गर्भ को रोकने में सक्षम नहीं होती।
2. यदि female पूरी तरह से ठीक है तो फिर male के शुक्राणुओं में प्रोबलम मिलती है . या तो जो शुक्णु पतले हैं ये उनकी गति धीमी है ये उनकी संख्या कम से कम है या कोई infection है। कई बार डॉक्टर आपको IVF/IUI करने की सलाह देते हैं लेकिन उनके Result Positive नहीं आते इसका साफ साफ मतलब है कि यह तो female का Egg weak है ये male के sperm Weak है इस Medicine के लेना से egg और sperm इतनी शक्तिशाली हो जाते हैं कि 90% cases में तो बिना IVF के NATURAL ही गर्भधारण हो जाता है और यदि 10% मरीजों में NATURAL गर्भधारण नहीं भी हो पाता है तो उनके EGG और SPREM इतनी शक्तिशाली हो जाते हैं IVF करने पर कि काफी अच्छा मिलता है।
A recent survey showed that a significant reduction in Sperm and Libido was found in 63% of Delhi's men. In males, sperm count has been found to be only less than 10 Million. Which should be more than the minimum of 20 Million, this is the main reason for infertility nowadays, the main reason has been found to be air pollution, stress, smoking. The motility of Sperm has also been found in many patients. Due to Stress and Busy Schedule many men have also seen a severe decrease of LIBIDO (libido). It is also a cause of infertility. 70% of Delhi's men are facing hair loss due to increasing pollution stress. Seek advice from your doctor on time because Ayurveda says that the problem should be solved before it becomes a disease.All these problems are very effective treatment is possible in Ayurveda.
ताजा सर्वे से पता चला है कि दिल्ली के 63% पुरुषों में Sperm and Libido में भारी कमी पाई गई है। पुरुषों में sperm count केवल 10 Million से भी कम पाए गए हैं। जो कि Minimum 20 Million से ज्यादा होनी चाहिए यही आजकल infertility का सबसे मुख्य कारण है इसकी मुख्य वजह Air pollution, Stress, Smoking पायी गई है। बहुत से मरीजों के Sperm की motility से भी कमी पाई गई है। Stress और Busy Schedule के कारण बहुत से पुरुषों से LIBIDO (कामेच्छा) की भी भारी कमी देखी गई है यह भी infertility का कारण है। बढ़ते pollution तनाव के कारण 70% दिल्ली के पुरुषों में hair loss की समस्या हो रही है। समय पर अपने डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि आयुर्वेद ओं का कहना है कि बीमारी बनने से पहले ही समस्या का समाधान कर लेना चाहिए इन सभी समस्याओं आयुर्वेद में बहुत ही Effective इलाज मुमकिन है।
Hriday Amrit is an ayurvedic medicine to open heart blockages that give strength to a very successful heart. It is made by mixing the following medicines. Which is 100% Ayurvedic medicine like Arjuna, Shilajeet Shudh, Sarpgandha, Dalichini, Pushkarmool, Mulethi, Amla, Naagbala, Elaichi , Banslochan Lauh Bhasm , Swarn Makshik , Abhrak Bhasm , Vaikrant Bhasm Blockage starts to open within 1- 2 months of eating it. And in time you can avoid Angiography or heart surgery.
हृदय अमृत एक बहुत ही कामयाब हृदय को ताकत देने वाली वे हृदय के ब्लॉकेज को खोलने वाली आयुर्वेदिक दवाई है। इसको निम्नलिखित दवाइयों को मिलाकर बनाया गया है। जो कि 100% आयुर्वेदिक औषधि है। जैसे Arjuna, Shilajeet Shudh, Sarpgandha, Dalichini, Pushkarmool, Mulethi, Amla, Naagbala, Elaichi , Banslochan Lauh Bhasm , Swarn Makshik , Abhrak Bhasm , Vaikrant Bhasm इसको खाने से 1- 2 महीने के अंदर ही ब्लॉकेज खुलना शुरू हो जाता है और समय रहते आप Angiography या heart surgery से बच सकते हैं।
If you suffer from habitual abortion. If you want the baby to be healthy inside the womb for 9 months, then it is 100% possible through the nutrition created by us in both these stages. By eating this, you get 100% cure of the problem of repeated miscarriages. In this Vati we have mixed some very important medicines like Swarna Bhasam, Naga Bhasam, Veg Bhasam, Hingul Bhasam Loha Bhasam, Daksha etc. which make our utrerus strong endometrium (uterus) becomes strong. And Umblicacard, a tube that nourishes children, is also healthy.If you have a problem of habitual abortion, you should start it 1 to 2 months before you conceive (pregnancy) and if you want to eat it for the health of your unborn baby. So it can take from the first month to the 9th month. Your child will be born healthy and healthy. The problem of vomiting and headache caused by vomiting during pregnancy is also reduced by 90%.
यदि आपको बार-बार गर्भपात (habitual abortion)की तकलीफ है। यदि आप चाहते हैं कि बच्चा गर्भ के अंदर 9 महीने तक स्वस्थ रहे तो इन दोनों की अवस्था में हमारे द्वारा बनाई गई गर्भ पोषणवटी द्वारा 100% यह संभव है। इसको खाने से आपको बार-बार गर्भपात होने की समस्या 100% ठीक हो जाती है । इस वटी में हमने कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण दवाइयों का मिश्रण किया है जैसे स्वर्ण भसम, नाग भसम, वेग भसम, हिंगुल भसम लोहा भसम, दाक्षा आदि जो कि हमारे utrerus को ताकतवर बनाते हैं endometrium (uterus) ताकतवर बनती है । और बच्चों को पोषण करने वाली नली Umblicacard भी स्वस्थ रहती है। यदि आपको habitual Abortion की परेशानी है तो आप इसे (गर्भधारण) Conceive करने से 1 से 2 महीने पहले शुरू कर दें और यदि आप के गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ के लिए इसे खाना चाहते हैं तो इसे ले सकते हैं। तो इसे पहले महीने से लेकर 9 वे महीने तक ले सकते हैं। आपका बच्चा निरोग व स्वस्थ पैदा होगा । इस वटी के खाने से आपको pregnancy के दौरान जो उल्टी Vomiting व सिर दर्द की परेशानी होती है वह भी 90% तक कम हो जाती है।
Liver disease is any disturbance of liver function that causes illness. The liver is responsible for many critical functions within the body and should it become diseased or injured, the loss of those functions can cause significant damage to the body. Liver disease is also referred to as hepatic disease.
Liver Chi: Capsules for healthy liver.
Fatty Liver:
Due to high fat diet and improper lifestyle, a person starts having problems of obesity and diabetes, which is a big reason for having fatty liver. These conditions are highly likely to cause fatty liver even when not taking alcohol.
Alcoholic Liver Disease:
It occurs in those who consume alcohol heavily. Excess consumption of alcohol is one reason for fat accumulation on the liver. Excessive consumption of alcohol can cause liver inflammation and liver damage.
लीवर की बीमारी लिवर फंक्शन की कोई गड़बड़ी है जो बीमारी का कारण बनती है। जिगर शरीर के भीतर कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जिम्मेदार है और क्या यह रोगग्रस्त या घायल हो जाना चाहिए, उन कार्यों के नुकसान से शरीर को महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। यकृत रोग को यकृत रोग भी कहा जाता है।
लीवर ची: स्वस्थ लीवर के लिए कैप्सूल।
फैटी लीवर : उच्च वसायुक्त भोजन एवं अनुचित जीवनशैली के कारण व्यक्ति में मोटापे एवं डायबिटीज की समस्या होने लगती है जो कि फैटी लीवर होने में बड़े कारण है। शराब न लेने पर भी इन स्थितियों में फैटी लीवर होने की पूरी संभावना है।
एल्कोहलिक लीवर की बीमारी: शराब का अत्यधिक सेवन करने वालों में होता है। एल्कोहॉल का अधिक सेवन लीवर पर फैट जमा होने का एक कारण है। शराब का ज्यादा सेवन करने से लीवर में सूजन आ सकती है तथा लीवर क्षतिग्रस्त हो सकती है।
Asthma is a lung disease that causes difficulty in breathing. It is a disease associated with the airways in the lungs. In asthma, the respiratory tract is swollen and the respiratory tract shrinks. Through these airways, ie bronchial tubules, air goes in and out of the lungs and in asthma these airways remain swollen.
When this inflammation increases and causes tightening of the muscles around the airways and symptoms like coughing, wheezing and chest tightness with difficulty in breathing.
दमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण व्यक्ति को साँस लेने में कठिनाई होती है। यह फेफड़ों में वायुमार्ग से जुड़ी एक बीमारी है। दमा होने पर श्वास नलियों में सूजन होकर श्वसन मार्ग सिकुड़ जाता है। इन वायुमार्गों यानी ब्रॉनकायल टयूब्सके माध्यम से हवा फेफड़ों के अन्दर और बाहर जाती है और अस्थमा में यह वायुमार्ग सूजे हुए रहते हैं।
जब यह सूजन बढ़ जाती है और वायुमार्ग के चारों ओर मांसपेशियों के कसने का कारण बनती है और साँस लेने में कठिनाई के साथ खाँसी, घरघराहट और सीने में जकड़न जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
Thyroid-related disturbances cause thyroid-related diseases such as Hyperthyroidism or Hypothyroidism. Thyroid gland is also called avatu gland. The Avatu or Thyroid glands are one of the largest endocrine glands found in the human body.
This bipedal structure is located at approximately the same level as the Cricoid Cartilage below the larynx in our throat. The thyroid gland has a special contribution in the metabolism of the body.
थायरॉइड ग्रन्थि में आई गड़बड़ी के कारण थायरॉइड से संबंधित रोग जैसे Hyperthyroidism या Hypothyroidism होते है। Thyroid gland को अवटु ग्रन्थि भी कहा जाता है। अवटु या Thyroid ग्रन्थियाँ मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी ग्रंथियों में से एक है।
यह द्विपिंडक रचना हमारे गले में स्वरयंत्र के नीचे Cricoid Cartilage के लगभग समान स्तर पर स्थित होती है। शरीर की चयापचय क्रिया में थायरॉइड ग्रंथि का विशेष योगदान होता है।
Everyone struggles with stress or stress. This is a disease related to our mind. Tension arises due to imbalance and harmony between our state of mind and external condition. Many psychopaths arise in a person due to stress. He is always turbulent and unstable. Stress is like a conflict which creates instability in one's mind and emotions. A person suffering from stress is never able to concentrate in any work, which negatively affects his performance.
तनाव या स्ट्रेस से हर व्यक्ति जूझता है। यह हमारे मन से संबंधित रोग होता है। हमारी मनस्थिति एवं बाहरी परिस्थिति के बीच असंतुलन एवं सामंजस्य न बनने के कारण तनाव उत्पन्न होता है। तनाव के कारण व्यक्ति में अनेक मनोविकार पैदा होते हैं। वह हमेशा अशांत एवं अस्थिर रहता है। तनाव एक द्वन्द की तरह है जो व्यक्ति के मन एवं भावनाओं में अस्थिरता पैदा करता है। तनाव से ग्रस्त व्यक्ति कभी भी किसी भी काम में एकाग्र नहीं हो पाता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Paralysis is a state of complete inability of one or multiple muscle group muscles to function. Paralysis can cause loss of sensation of the effective area or it is impossible to move or rotate that part. If the weakness is partial, it is called partial paralysis.
पक्षाघात या लकवा मारना (Paralysis) एक या एकाधिक मांसपेशी समूह की मांसपेशियों के कार्य करने में पूर्णतः असमर्थ होने की स्थिति को कहते हैं। पक्षाघात से प्रभावी क्षेत्र की संवेदन-शक्ति समाप्त हो सकती है या उस भाग को चलना-फिरना या घुमाना असम्भव हो जाता है। यदि दुर्बलता आंशिक है तो उसे आंशिक पक्षाघात कहते हैं।
Along with enhancing the brain, this herb is also used for correct circulation of blood in the brain. In addition, this herb also promotes the creativity of a person. This herb also enhances our ability to remember and learn. To intensify your mind, mix half a teaspoon of conch shella with one cup of hot water.
दिमाग को बढ़ाने के साथ-साथ यह जड़ी बूटी दिमाग में रक्त का सही सर्कुलेशन करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही यह बूटी व्यक्ति की रचनात्मकता को भी बढ़ावा देती है। यह जड़ी-बूटी हमारी याद करने की क्षमता और सीखने की क्षमता को भी बढ़ाती है। दिमाग को तेज करने के लिए आधे चम्मच शंख पुष्पी को एक कप गरम पानी में मिला कर लें।
Nocturia is when a person has to wake up at night to pass urine. If this happens more than twice a night, it can be a problem.
Nocturia is common in older people. It can cause problems in day-to-day life. It can upset your sleep and put you at risk of falls, if you get up in the dark to pass urine. Also, when you have to wake up, you may not be able to get back to sleep and then you might not function as well through the day.
नॉक्ट्युरिया में व्यक्ति को मूत्र-त्याग करने के लिए रात में जागना पड़ता है। यदि यह एक रात में दो से अधिक बार होता है, तो यह एक समस्या हो सकती है।
नॉक्ट्युरिया वृद्ध लोगों में आम होता है। यह रोजमर्रा के जीवन में समस्याएँ पैदा कर सकता है। यह आपकी नींद खराब कर सकता है और जब आप रात के अंधेरे में मूत्र-त्याग करने के लिए उठते/उठती हैं, तो यह आपके जमीन पर गिरने का खतरा पैदा कर सकता है। इसके अलावा जब आपको जागना होता है, तो हो सकता है कि आपको फिर से नींद न आए और फिर आप दिन में अच्छी तरह से कार्य नहीं कर सकते/सकती हैं।
Around the nose are spaces of moist air within the bones of the face, which are called 'vayuvivara' or sinus. The sinus has a layer of the same mucous membrane as in the nose and mouth. When a person has a cold and allergy, the sinus tissues make more mucus and become swollen.
नाक के आसपास चेहरे की हड्डियों के भीतर नम हवा के रिक्त स्थान हैं, जिन्हें 'वायुविवर' या साइनस (sinus) कहते हैं। साइनस पर उसी श्लेष्मा झिल्ली की परत होती है, जैसी कि नाक और मुँह में। जब किसी व्यक्ति को जुकाम तथा एलर्जी हो, तो साइनस ऊतक अधिक श्लेष्म बनाते हैं एवं सूज जाते हैं।